ग्लेईनेगल्स अस्पताल ने डीएनएस अस्पताल के साथ मिलकर इंदौर तक अपनी पहुंच बढाई हैं

फ़रवरी 25, 2025 - 17:10
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ग्लेईनेगल्स अस्पताल ने डीएनएस अस्पताल के साथ मिलकर इंदौर तक अपनी पहुंच बढाई हैं


 
लिवर से पिडित मरीजों को वैद्यकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की नई पहल
 
मुंबई स्थित ग्लेईनेगल्स अस्पताल ने इंदौर में डीएनएस अस्पताल के साथ मिलकर एक नई पहल शुरू की हैं। लिवर से संबंधित बिमारी से पिडित मरीजों को अत्याधुनिक वैद्यकीय सेवा उपलब्ध कराने के लिए इंदौर में देखभाल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएँ ज़रूरतमंद लोगों तक पहुँच सकें, जिससे क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य परिणाम प्राप्त हो सकें।
ग्लेईनेगल्स अस्पताल के लिवर विशेषज्ञ डॉ. अनुराग श्रीमल और डॉ. चेतन कलाल इंदौर में डीएनएस अस्पताल में ओपीडी सुविधा आयोजित करेंगें। इसके अलावा लिवर की बिमारी, सिरोसिस और लीवर प्रत्यारोपण की जरूरत रहनेवाले मरीजों को विशेषज्ञ सलाह प्रदान करेंगी। इस कारण इंदौर में रहनेवाले लोगों को इलाज के लिए मुंबई आने की जरूरत नही पडेगी। उनका वही पर इलाज किया जाएगा। डीएनएस अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेश जैन मरीजों को वैद्यकीय सुविधा मिल रही हैं या नही इस बारे में वह समन्वय का काम करेंगे।
२५ फरवरी २०२५ को इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई हैं। इस कार्यक्रम में ग्लेईनेगल्स अस्पताल के सीईओ डॉ. बिपिन शेवाले, डीएनएस अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राजेश जैन, डॉ. अनुराग श्रीमल और डॉ. चेतन कलाल शामिल होंगे।
ग्लेईनेगल्स अस्पताल के सीईओ डॉ. बिपिन शेवाले ने कहॉं की, “ग्लेईनेगल्स अस्पताल में हम अपनी पहुंच का विस्तार करने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डीएनएस अस्पताल के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हमारा उद्देश्य इंदौर के लोगों को विशेषज्ञ लीवर देखभाल प्रदान करना हैं। ताकि समय रहते निदान और इलाज ठीक से हो सके।”
डीएनएस अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेश जैन ने कहा, “ग्लेईनेगल्स अस्पताल के साथ मिलकर इंदौर में लीवर देखभाल सेवाओं को बढाने में एक महत्त्वपूर्ण कदम हैं। डॉ. अनुराग और डॉ. चेतन कलाल जैसे अत्यधिक अनुभवी विशेषज्ञों को हमारे अस्पताल में लाकर, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं की मरीजों को लंबी दूरी की यात्रा किए बिना शीर्ष स्तरीय चिकित्सा मार्गदर्शन प्राप्त हो।”
ग्लेईनेगल्स अस्पताल में लीवर, पैंक्रियाज एचपीबी और आंत प्रत्यारोपण के निदेशक डॉ. अनुराग श्रीमल ने कहा की, “लीवर की बीमारियाँ बढ़ रही हैं, और जटिलताओं को रोकने के लिए समय पर निदान करना जरूरी हैं। हमारा उद्देश लीवर संबंधी समस्या से पिडीत मरीजों को देखभाल प्रदान करना हैं। यह सुनिश्चित करते हुए कि इंदौर में मरीजों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा विशेषज्ञता तक पहुँच प्राप्त हो।”
ग्लेईनेगल्स अस्पताल के हेपेटोलॉजिस्ट, हेपेटोलॉजी और लिवर ट्रांसप्लांट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. चेतन कलाल ने कहॉं की, "लिवर के स्वास्थ्य को अक्सर तब तक नजरअंदाज किया जाता है जब तक कि यह गंभीर अवस्था में न पहुंच जाए। डीएनएस अस्पताल के साथ हमारे सहयोग के माध्यम से हम लिवर की बीमारियों के बारे में जागरूकता पैदा करना चाहते हैं और मरीज के परिणामों को बेहतक बनाने के लिए शुरूआती हस्तक्षेप के विकल्प प्रदान करना चाहते हैं।"


ग्लेईनेगल्स अस्पताल मुंबई और डीएनएस अस्पताल इंदौर के बीच सहयोग एक महत्त्वपूर्ण समय पर हुआ हैं, क्योंकी भारत में लिवर की बिमारी से जुझ रहे मरीजों की संख्या बढती जा रही हैं। ३८% भारतीय नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर बिमारी से पीडित हैं। २०२५ तक देश लिवर की बिमारी का विश्व राजधानी बन जाएगा। इसलिए यह नई पहल लिवर स्वास्थ्य जागरूकता में सुधार और समय पर हस्तक्षेप प्रदान करने में मदद करेगा। जो देश में लिवर की बीमारियों की बढती संख्या को कम करने में मदद करेगा।

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