राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियां जोरों पर, काशी से आएंगे रजत

राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियां जोरों पर, काशी से आएंगे रजत

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण शुरू होने की चर्चा जोरों पर है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में पांच अगस्त को भूमि पूजन (Ayodhya Bhoomi Pujan) का आयोजन होना है, जिसके बाद मंदिर की नींव रख दी जाएगी. नींव रखने के बाद मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. भूमि पूजन के लिए अयोध्या में तैयारियां जोरों पर है. यह आयोजन ऐसे वक्त में हो रहा है, जब देश में कोरोनावायरस की स्थिति अब तक की सबसे खराब स्थिति में है. ऐसे में यहां बहुत ही कम लोगों के इकट्ठा होने की संभावना है. जानकारी है कि नींव की ईंट खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखने वाले हैं.

इस आयोजन में आम जनता प्रत्यक्षदर्शी नहीं बन पाएगी. वहीं, बुधवार को मंदिर की जिम्मेदारी संभाल रहे राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से आम जनता से भूमि पूजन वाले दिन अयोध्या न आने की अपील की गई है. हिंदू परिषद सेंटर की ओर से ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय का वीडियो जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'आप लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि अयोध्या मत आओ.'

चंपत राय ने कहा, '1984 में प्रारंभ हुए श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण आंदोलन में लाखों-करोड़ों राम भक्तों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग प्राप्त हुआ है. उन सभी की यह स्वाभाविक इच्छा होगी कि वे इस भूमि पूजन के पवित्र ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्यक्ष उपस्थित रहें. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की भी ऐसी ही भावना थी, हमने ऐसा सोचा भी था. किंतु वर्तमान कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न परिस्थिति में ऐसा करना असंभव है ,किंतु माननीय प्रधानमंत्री इस ऐतिहासिक प्रसंग पर अयोध्या आकर श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण कार्य तीव्र गति से प्रारंभ करा दें, इसलिए भूमि पूजन आवश्यक है.'

उन्होंने आगे कहा, 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ समिति सभी राम भक्तों से निवेदन करती है कि अयोध्या पहुंचने के लिए व्यग्र न हो , सभी लोग अपने स्थान से दूरदर्शन पर समारोह का सजीव प्रसारण देखें और सायंकाल अपने घर पर दीपक जलाकर दिव्य भव्य अवसर का स्वागत करें. भविष्य में किसी उचित अवसर पर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण यज्ञ में सभी राम भक्तों को सम्मिलित होने का अवसर  मिले, यह प्रयास अवश्य होगा.'