रफाल को 137 करोड़ भारतीयों का 'नमस्कार', अंबाला में हुई लड़ाकू विमानों की लैंडिंग

रफाल को 137 करोड़ भारतीयों का 'नमस्कार', अंबाला में हुई लड़ाकू विमानों की लैंडिंग

जिस पल का इंतजार देश को बरसों से था, वो आखिरकार आ ही गया. रफाल का इंतजार खत्म हो चुका है. रफाल विमानों की हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है. इससे पहले भारतीय वायुसीमा में पांचों रफाल विमानों के घुसते ही युद्धपोत INS कोलकाता ने स्वागत करते हुए कहा- ये गर्व की उड़ान है, हैप्पी लैंडिंग. रफाल विमानों की लैंडिंग को देखते हुए अंबाला एयरबेस पर पुलिस ने सैन्य अड्डे के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. 

5 रफाल विमानों की ऐतिहासिक लैंडिंग पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि- इन बर्ड्स (रफाल विमानों की) सुरक्षित तरीके से अंबाला में लैंडिंग हो गई है. 

लड़ाकू विमानों के इस बेड़े ने सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरी थी. ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर अंबाला पहुंचेंगे. इन विमानों में एक सीट वाले तीन और दो सीट वाले दो विमान होंगे. अधिकारियों ने अंबाला सैन्य अड्डे के आसपास धारा 144 लगा दी है. तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने पर रोक लगा दी है. सैन्य अड्डे के तीन किलोमीटर के दायरे में निजी ड्रोन उड़ाने पर भी रोक लगा दी है. 

धुलकोत, बल्देव नगर, गरनाला और पंजखोरा सहित सैन्य अड्डे से लगे गांवों में धारा 144 लागू कर चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया. अंबाला के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि लागू 144 लागू होने के दौरान सैन्य अड्डे की चाहरदीवारी और उससे लगे क्षेत्रों की तस्वीरें लेना और वीडियो बनाना प्रतिबंधित है. 

इस बीच, हरियाणा पुलिस ने सैन्य अड्डे के पास स्थित आवासीय इलाकों में कई नाके बनाए हैं और कई पुलिस अधिकारी गश्त लगाते भी दिखे.  लाउडस्पीकर से लोगों को छतों पर खड़े होकर तस्वीरें ना लेने और वीडियो ना बनाने की चेतवानी भी दी जा रही है. उन्होंने ऐसा करने वालों के खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. कई स्थानों पर लड़ाकू विमानों के स्वागत के लिए होर्डिंग भी लगाए गए हैं. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि अंबाला के लोग विमानों के आगमन को लेकर बहुत उत्साहित हैं. 

राफेल विमान भारत द्वारा पिछले दो दशक से अधिक समय में लड़ाकू विमानों की पहली बड़ी खरीद है। इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोतरी होगी. भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था.