छोटे शहर के टैलेन्ट का मुम्बई में विरोध क्यों: पंकज

छोटे शहर के टैलेन्ट का मुम्बई में विरोध क्यों: पंकज

छोटे शहर के टैलेन्ट का मुम्बई में विरोध क्यों: पंकज
छोटे शहर के टैलेन्ट का मुम्बई में विरोध क्यों: पंकज
फिल्म अभिनेता सुशान्त की मौत के बाद से लोगों में भय है खासकर उन परिवारों में जिनके बच्चे दूर और वह भी मुम्बई में रहते हैं। बार- बार उनके परिवार को  यह सवाल परेशान करता है कि बच्चे सुरक्षित तो हैं? अगर आप अपने बच्चों को मुम्बई भेजना चाहते हैं तो पहले यह जान लें कि वहां होता क्या है?
 
लीक से हटकर फिल्मों के निर्माण के लिए चर्चित फिल्म निर्माता और प्रतिष्ठित राजीव गांधी पुरस्कार से सम्मानित पंकज पुरोहित का कहना है कि अगर  आपका बच्चा मुम्बई में है तो यह बहुत जरूरी है कि आप उसके सम्पर्क में लगातार बने रहे, उससे यह जानकारी लेते रहे कि वह वहां कर क्या रहा है? कोई उसे परेशान तो नहीं कर रहा है? उसकी संगत तो खराब नहीं या कहीं वह नशा तो नहीं करता, इन बातों की जानकारी लेते रहे। उभरते कलाकार को डराना, धमकाना, मानसिक दबाव बनाना यह सब मुम्बई में  आम बात है। 
 
पुरोहित का कहना है कि अगर आपका बच्चा आपको कुछ बताता है तो उसे गंभीरता से ले। अपना समय निकाल कर उससे मिलने जाए और मुम्बई में उसके साथ कुछ समय बिताए।उसे अकेलापन महसूस न हो  इसका ख्याल रखें। कई बार ऐसी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। 
 
कौन हैं पंकज पुरोहित 
 
पंकज पुरोहित फिलहाल लंदन में अपनी फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। पंकज मूलतः रतलाम व इंदौर के निवासी  हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी पंकज एक फिल्ममेकर और गायक होने के साथ ही सरल हृदय वाले इंसान भी है। आपने फिल्म मेंकिंग की पढ़ाई लॉस एंजलिस (अमेरिका) में की है। इसके बाद पंकज ने खुद कई प्रोजेक्ट्स में काम किया जिसमें विवादित 'बेली ऑफ द तंत्र’ और 'सडेन क्राई’ प्रमुख है।