‘चुनिंदा भूल’: हेट स्पीच मामले में चुनाव आयोग ने पूर्व चुनाव आयुक्त को दिया जवाब

‘चुनिंदा भूल’: हेट स्पीच मामले में चुनाव आयोग ने पूर्व चुनाव आयुक्त को दिया जवाब

चुनाव आयोग और इसके एक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त में 'वाक युद्ध' शुरू हो गया है, जो काफी दुर्लभ है। दिल्ली चुनाव के दौरान हेट स्पीच देने वाले नेताओं के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज करने को लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी की ओर से उठाए गए सवाल का चुनाव आयोग ने जवाब दिया है और उन्हें 'पसंद के मुताबिक भूलने वाला' बताया है।

चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि सीईसी के रूप में उनके सामने आचार संहिता उल्लंघन के जितने मामले आए, उनमें से एक में भी एफआईआर नहीं हुई।  2010 से 2012 तक चुनाव आयोग का नेतृत्व करने वाले कुरैशी ने 8 फरवरी को प्रकाशित एक लेख में हैरानी जताई थी कि बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून या आईपीसी के तहत एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई गई, जबकि वे जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 123 और 125 के तहत ऐसी गलती के लिए दोषी पाए गए थे जिसमें सजा की जरूरत थी।

हालांकि, उन्होंने बीजेपी के स्टार कैंपेनर लिस्ट से दोनों को बाहर करने और चुनाव प्रचार पर अस्थायी रोक के लिए चुनाव आयोग की तारीफ की थी।