खुलासा: राजेन्द्र वर्मा ने जिले के एक विधायक पीए का लेटर मीडिया को भेज दिया!

खुलासा: राजेन्द्र वर्मा ने जिले के एक विधायक पीए का लेटर मीडिया को भेज दिया!

खुलासा: राजेन्द्र वर्मा ने जिले के एक विधायक पीए का लेटर मीडिया को भेज दिया!

जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय खरगोन का पूर्व विवादास्पद 'दलाल' लेखापाल राजेन्द्र वर्मा न सिर्फ़ तबादले के एक महीने बाद भी निर्माण शाखा को बदस्तूर चला रहा है, बल्कि जिले के एक विधायक के पीए के खिलाफ भी दुष्प्रचार कर रहा है.

सूत्रो के मुताबिक अपने तबादले को निरस्त कराने के लिए राजेन्द्र वर्मा जिले के ज्यादातर विधायको, नेताओ के पास गया था, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की, क्योंकि उसकी विवादित कार्यशैली से सभी परिचित है.

ऐसा करके जिले के विधायको-नेताओ ने अपनी साफ़-सुथरी छवि का परिचय दिया, लेकिन राजेन्द्र वर्मा अब इसकी खुन्नस निकाल रहा है.

इसी खुन्नस के चलते राजेन्द्र वर्मा ने जिले के एक विधायक के पीए के एसी आफ़िस को भेजे गए गोपनीय लेटर को जानबूझकर अखबार वालों को भेज दिया. इस गोपनीय लेटर पेड पर 17 कर्मचारियों के स्थानान्तरण की अनुशंसा है, इसीलिए राजेन्द्र वर्मा ने पीए का नाम खराब करने के लिए इस लेटर को अखबार वालों के व्हाटसप पर भेज दिया. हालाकि बाद में राजेन्द्र वर्मा ने उस व्हाटसप मेसेज को डिलिट कर दिया, लेकिन तब तक अखबार वाले ने उस मेसेज को डाउनलोड कर लिया था.

गौरतलब है कि राजेन्द्र वर्मा का आदेश सिर्फ़ औपचारिकता निभाने के लिए सहायक परियोजना प्रशासक खरगोन में ही दो कदम की दूरी पर कर दिया गया है.

पिछले छः साल से निर्माण शाखा चला रहे राजेन्द्र वर्मा ने जिले के एक-एक ठेकेदार के साथ पर्सनल सेटिन्ग कर रखी है. एक मामूली सा बाबू होने के बावजूद भी अपनी दोनों बेटियो की शादी शाही अंदाज में करने वाला राजेन्द्र वर्मा सहायक आयुक्तो को अपनी जेब में रखने का दावा खुलेआम करता है.

अपनी इसी दूकानदारी को बनाए रखने के लिए राजेन्द्र वर्मा ने अपना स्थानान्तरण दो कदम दूर करवा लिया और अपने खास हरीश परसाई को निर्माण शाखा दिला दी, जिसे कम्प्यूटर की एबीसीडी भी नहीं आती और उसके रिटायर्मेन्ट में भी एक साल बचा है.

इसी का फ़ायदा उठाकर राजेन्द्र वर्मा पिछले एक महीने से स्थानान्तरण होने के बाद भी अभी भी दिनभर निर्माण शाखा में ही बैठ रहा है.

सूत्रो के मुताबिक 12 सितम्बर को निर्माण शाखा की ठेका विग्यप्ति निकलने वाली है और राजेन्द्र वर्मा अपने खास ठेकेदारो को बड़े ठेके दिलाने की पूरी तैयारी कर चुका है.