खबर इंडिया का असर: विभाग का लेने से इंकार, एसी आफ़िस खरगोन में 'लावारिस' पड़ा है चंदु व्यापारी का कम्प्यूटर

खबर इंडिया का असर: विभाग का लेने से इंकार, एसी आफ़िस खरगोन में 'लावारिस' पड़ा है चंदु व्यापारी का कम्प्यूटर

सहायक आयुक्त कार्यालय खरगोन को वन शाखा के लिए एक कम्प्यूटर और प्रिंटर लाख के ऊपर की कीमत पर बेचने वाले छुट्भैया चंदु व्यापारी के दोनों आईटम दो हफ़्ते से आफ़िस में लावारिस पड़े हैं.  खबर इंडिया की खबर के असर के चलते सहायक आयुक्त कार्यालय ने कम्प्यूटर और प्रिंटर दोनों ही लेने से इंकार कर दिया है और चंदु व्यापारी को दोनों आईटम वापस ले जाने के लिए बोल दिया गया है. 

आफ़िस के सुत्रो के मुताबिक खबर इंडिया की खबर के बाद स्टोर शाखा प्रभारी शैलेन्द्र सोनवानी ने कम्प्यूटर और प्रिंटर को हाथ तक नहीं लगाया है.  सुत्रो के मुताबिक चंदु व्यापारी ने दोनों आईटम इंदौर से मन्गवाए थे, जिन्हें अब वो वापस भिजवाने की जुगत में लगा है.

खबर इंडिया ने 5 अगस्त को खुलासा किया था कि सहायक आयुक्त कार्यालय खरगोन में राधावल्लभ मार्केट के एक छुटभैया  दुकानदार चंदु व्यापारी के मार्फ़त खुलेआम भारी भ्रष्टाचार और फ़र्जीवाड़ा किया जा रहा है, जिसमें आफ़िस के ही कुछ कर्मचारियों की पूरी मिलीभगत है. खबर में खुलासा किया गया था कि हाल ही में चंदु व्यापारी के मार्फ़त सहायक आयुक्त कार्यालय द्वारा वन शाखा के लिए एक कम्प्यूटर और प्रिंटर की खरीदी की गई है, जिसकी कीमत जीएसटी वगैरह जोड़कर लाखों में बता दी गई.

खबर इंडिया के सुत्रो के मुताबिक चंदु व्यापारी की मिलीभगत में इस तरह का फ़र्जीवाड़ा सहायक आयुक्त जेएस डामोर के आने के बाद से ही शुरू हो गया था. पिछले दो साल में स्टोर शाखा, जिसे सहायक ग्रेड-2 शैलेन्द्र सोनवानी अपने तरीके से चला रहा है, में चंदु व्यापारी के मार्फ़त करोडो की खरीदी की गई है.

गौरतलब है कि इसके पहले स्टोर शाखा के भ्रष्टाचारी प्रभारी बाबुलाल पाटीदार के समय में भी आजाक विभाग के इंदौर सम्भाग उपायुक्त बीजी मेहता और शुभम फ़र्नीचर की मिलीभगत छात्रावास सामान खरीदी में करोडो का गड़बड़झाला किया गया था.

अब चंदु व्यापारी के साथ मिलकर एक बार फ़िर से वैसा ही फ़र्जीवाड़ा चलाया जा रहा है. 

अच्छी बात ये है कि खबर इंडिया के खुलासो के बाद अब सहायक आयुक्त श्री जेएस डामोर ने इस फ़र्जीवाडे पर लगाम कस दी है. गौरतलब है कि श्री जेएस डामोर अपनी ईमानदारी और पारदर्शिता के चलते एसी आफ़िस ही नहीं, समुचे खरगोन जिले में लोकप्रिय होते जा रहे हैं.