किसने रची थी खरगोन सहायक आयुक्त कार्यालय के कर्मचारी पुष्पेन्द्र पन्वार को किनारे लगाने की साजिश?

किसने रची थी खरगोन सहायक आयुक्त कार्यालय के कर्मचारी पुष्पेन्द्र पन्वार को किनारे लगाने की साजिश?
किसने रची थी खरगोन सहायक आयुक्त कार्यालय के कर्मचारी पुष्पेन्द्र पन्वार को किनारे लगाने की साजिश?

खरगोन सहायक आयुक्त कार्यालय के पूर्व सहायक ग्रेड -2 कर्मचारी पुष्पेन्द्र पन्वार के खिलाफ आफ़िस के कुछ लोगों ने ही तत्कालीन सहायक आयुक्त शकुन्तला डामोर के सामने साजिश रची थी.

कुछ समय पहले तक सहायक आयुक्त कार्यालय का सबसे प्रभावशाली कर्मचारी रहा पुष्पेन्द्र पन्वार फ़िलहाल पूरी तरह से धड़े लगा दिया गया है. वर्तमान में पन्वार एपीए आफ़िस में अटेच कर दिया है और उसके खिलाफ कलेक्टर आफ़िस में दर्जनो मामलो में जांच चल रही है.

इस मामले में खबर इंडिया को कुछ सनसनीखेज जानकारी मिली है कि पन्वार को किनारे लगाने में आफ़िस के ही एक सहायक ग्रेड -3 कर्मचारी का हाथ था, जो उस समय शकुन्तला डामोर का खास हुआ करता था.

उस सहायक ग्रेड -3  ने खबर इंडिया को बताया कि मार्च 2018 में पुष्पेन्द्र पन्वार के एक पुराने मामले की फ़ाईल खुली थी. यह मामला 2015 में होस्टल अधिक्षको के ट्रान्सफ़र से जुड़ा हुआ था. अधिक्षको के ट्रान्सफ़र के आदेश बगैर प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के थे, फ़िर भी पन्वार ने एक स्थानीय 'दलाल' के दबाव में वो आदेश जारी कर दिए थे. इस मामले में खरगोन के एक अखबार के मालिक ने शिकायत की थी.

उस सहायक ग्रेड -3 कर्मचारी  ने खबर इंडिया को यह भी बताया कि इस मामले में तत्कालीन कलेक्टर ने पुष्पेन्द्र पन्वार को 7 मार्च को निलम्बित करने के आदेश दिए थे, लेकिन शकुन्तला डामोर ने उसे बचा लिया. 

इसके बाद ही पन्वार को एपीए आफ़िस में अटेच कर दिया गया.