कोरोना वायरस भी नहीं रोक सका 'किम जोंग उन' की सनक, उत्तर कोरिया ने सागर में किया मिसाइलों का परिक्षण

कोरोना वायरस भी नहीं रोक सका 'किम जोंग उन' की सनक, उत्तर कोरिया ने सागर में किया मिसाइलों का परिक्षण

एक तरफ जहां पूरी दुनिया खुद को कोरोना वायरस से बचाने में लगी है वहीं, इस दौरान उत्तर कोरिया बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर रहा है। दरअसल रविवार को उत्तर कोरिया की तरफ से दो संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइलें समुद्र में छोड़ी गई। उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई की दक्षिण कोरिया ने जानकारी दी है। दक्षिण कोरिया का कहना है कि जब पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला कर रही है, ऐसे में उत्तर कोरिया की तरफ से किए मिसाइलों को परिक्षण बिल्कुल गलत है।इस पूरे मामले पर दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा, "रविवार की सुबह उत्तर कोरिया के पूर्वी तटीय शहर वोनसान से निकली मिसाइलें कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच समुद्र में गिरते हुए देखी गईं।" उन्होंने आगे कहा, "मिसाइलों की अधिकतम ऊंचाई 30 किलोमीटर थी, जो करीब 230 किलोमीटर तक सफर करते हुए देखी गईं।"

उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई पर दक्षिण कोरिया और अमेरिका के खुफिया अधिकारी अपने नजरे बनाए हुए हैं। ऐसे में मिसाइलों के परीक्षण और मिली जानकारियों का विश्लेषण किया जा रहा है। उत्तर कोरिया की इस पूरी कार्रवाई को सेना की तरफ से गलत ठहराया गया है और साथ ही महामारी के इस दौर में ऐसे परिक्षण को रोकने के लिए आग्रह किया है। दरअसल उत्तर कोरिया के शासक 'किम जोंग उन' खुद इन चीजों को बढ़ चढ़ कर बढ़ावा देते हैं। ऐसे में पूरी दुनिया भर में 'किम जोंग उन' की छवि एक सरफिरे तानाशाह की है।

यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर कोरिया की तरफ से कोरोनावायरस या कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए कई अजीब और आक्रमक अभियान चलाए जाते रहे हैं। उत्तर कोरिया यह दावा करता रहा है कि उसके देश में कोरोना वायरस का एक भी मामला नहीं है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया दुनिया को सच नहीं बता रहा है। ऐसे में विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि उत्तर कोरिया में इस वायरस से हालात बहुत खराब हो सकते हैं, क्योंकि उसके पास चिकित्सा सामग्री की कमी है और वहां की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली बेहद ही खराब है।